Tuesday, October 30, 2018

गर तुमने बारिश में धूप को देखा है





Top post on IndiBlogger, the biggest community of Indian Bloggers

गर तुमने बारिश में धूप को देखा है,
गर तुमने बादल में छिपा चंदा देखा है,

गर तुमने घास पे ओस को देखा है,
गर तुमने सर्दी में आग को देखा है,

गर तुमने बच्चे को हंसते देखा है,
गर तुमने पंछी को उड़ते देखा है,

तो तुमने खुशी को देखा है,
तो तुमने उसी को देखा है,
जिसे तुम ईश्वर कहते हो I

4 comments:

  1. Such simple pleasures that we take for granted in our day to day existence. Beautiful poem!

    ReplyDelete
  2. Thanks Dipali for stopping by and appreciating the post.

    ReplyDelete
  3. wow so beautiful. I love reading these on your blog. pasting on my timeline with your name.

    ReplyDelete
  4. Thanks Bhawana for your wonderful gesture.

    ReplyDelete