Pic Courtsey: https://www.prabhatkhabar.com/news/patna/bihar-muzaffarpur-shelter-home-muzaffarpur-rapes-case/1187303.html |
वो चाहती थी उड़ना,
वो चाहती थी खिलना I
वो लगती थी गुड़ियों सी,
वो बोलती थी बुढियों सी I
पर लानत उस मैली निगाह पे ,
जिसने हाथ डाला उसके लिबास पे I
कैसी है ये फाहीशगी ,
जो मुन्नी में नफ़्सानी देखे,
कैसी है ये दरिंदगी,
जो बालिश्त को पुरगोश्त देखे I
कैसा है ये आज का शहर,
कैसा है ये आज का बशर I
जो नोच डालता है मासूम का वसन ,
जो लिख डालता है बचपन में ग्रहण I
कैसा है ये सरबराहों का खेल,
जो
खिलौने को ही खेल गया ,
जो
खिलौने को ही लील गया I
###
फाहीशगी: अश्लीलता
नफ़्सानी : वासना की सामग्री
बशर : मनुष्य
वसन : वस्त्र
सरबराह: प्रबंधक
वो चाहती थी खिलना I
वो लगती थी गुड़ियों सी,
वो बोलती थी बुढियों सी I
पर लानत उस मैली निगाह पे ,
जिसने हाथ डाला उसके लिबास पे I
कैसी है ये फाहीशगी ,
जो मुन्नी में नफ़्सानी देखे,
कैसी है ये दरिंदगी,
जो बालिश्त को पुरगोश्त देखे I
कैसा है ये आज का शहर,
कैसा है ये आज का बशर I
जो नोच डालता है मासूम का वसन ,
जो लिख डालता है बचपन में ग्रहण I
कैसा है ये सरबराहों का खेल,
जो
खिलौने को ही खेल गया ,
जो
खिलौने को ही लील गया I
###
फाहीशगी: अश्लीलता
नफ़्सानी : वासना की सामग्री
बशर : मनुष्य
वसन : वस्त्र
सरबराह: प्रबंधक
You painted the real picture with your words. Its sad that the innocence is at far greater risk now a days. Lets educate our boys to treat the girls as equal human beings and not the object of desire.
ReplyDeleteA hard hitting, poignant poem.
Yes, the picture is gloomy. the poem is inspired from a gruesome scandal that took place in Bihar Girl Shelter Home. Click on the pic courtesy link or google with Muzaffarpur girl shelter home rape cases keyword to know more about this humanity shaming act.
ReplyDeleteThe poem is released on the right time, Neeraj. Such news are shocking and disturbing.
ReplyDeleteyes,disturbing it is Sachin.
ReplyDeleteThanks for your visit and comment.
It is disturbing but need to talk about in open and aloud. We really need to get to the roots and try to tell people what equality means.
ReplyDeleteYes,very true Bhavna.
DeleteThanks for your visit and comment.