Saturday, April 21, 2018

अतीत के पन्नो पे...



अतीत के पन्नो पे, कुछ लफ्ज़ लिखे हैं ,
कुछ नाम, कुछ लोग, कुछ नक़्श लिखे हैं I

कुछ पन्नो पे ,एक चौक , एक चौराहा, एक सड़क मिलता है,
कुछ पन्नो पे, एक मुस्कान, एक हँसी ,एक ठहाका, बेधड़क  मिलता है I

कुछ सफो पे, जानी पहचानी रातें मिलती हैं,
कुछ सफो पे, जानी पहचानी बातें मिलती हैं I

कुछ पन्नों पे, सपनो के कुछ टुकड़े मिलते हैं ,
कुछ पन्नो पे, अपनो के कुछ मुखड़े मिलते हैं I

आज लगता है के काश...
सपनो के कुछ टुकड़े अपने होते
के काश...
अपनो के कुछ मुखड़े अपने होते I

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