#WorldSuicidePreventionDay चित्र सभार: :https://www.trendsmap.com/twitter/tweet/1039076211757117440 |
तुमने हीं मुझे पहली बार ममता का आकाश दिलाया था I
तुम हीं मेरे अस्तित्व का गौरव थे,
तुम हीं मेरे पांडव कौरव थे I
पर क्यूँ एक दिन तुमने कुछ सोच लिया?
और फाँसी के फंदे को भींच लिया I
तुम्हारे मर्द होने का अभिमान था कितना नादान,
के तुम मुझसे बोल भी ना सके की तुम थे कितने परेशान!
एक बार जो तुम बोल देते, अपना दिल खोल देते,
तो आज तुम्हारी छोटी बहन ,पापा और मैं एक दूसरे से छुप छुप कर अकेले में न रोते I
such heart warming lines written. I wish if people who think of suicide can think of their family. It is very saddening.
ReplyDeleteYes,one must think of one's family before committing such blunders. Because,it is their family that pay heavy price for their unilateral decision.
ReplyDeleteThanx Bhawana for your comment and visit.
बहुत सुंदर नीरज ज़ी
ReplyDeleteधन्यवाद दीपशिखा जी !
ReplyDeleteI can only imagine the pain of a family which has to go through this!
ReplyDeleteThanx Mridula Jee for your visit and comment.
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