चित्र शीर्षक : वी द थ्री सिस्टर्स चित्र साभार : श्रीमती सुचेता प्रियाबादिनी का फेसबुक पन्ना चित्र अधिकार : सुचेता प्रियाबादिनी |
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इन चेहरों पे छपता मिटता,
एहसासों के क़िस्सों का ककहरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इस चेहरों में लुकता छुपता,
आयुष के अंकों का फेरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इन चेहरों में मिलता मुस्काता,
मेरे तेरे अंतस का डेरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इन चेहरों में हँसता बसता,
पुरखों के आशीषों का पहरा I
###
आयुष: उम्र
अंतस : मन
पश्चलिपि: यह रचना श्रीमती सुचेता प्रियाबादिनी के चित्रकारी "वी द थ्री सिस्टर्स " से प्रेरित है I
इन चेहरों पे छपता मिटता,
एहसासों के क़िस्सों का ककहरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इस चेहरों में लुकता छुपता,
आयुष के अंकों का फेरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इन चेहरों में मिलता मुस्काता,
मेरे तेरे अंतस का डेरा I
तेरा चेहरा... मेरा चेहरा,
इन चेहरों में हँसता बसता,
पुरखों के आशीषों का पहरा I
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आयुष: उम्र
अंतस : मन
पश्चलिपि: यह रचना श्रीमती सुचेता प्रियाबादिनी के चित्रकारी "वी द थ्री सिस्टर्स " से प्रेरित है I
अच्छी तरह से अपने शब्दों में पेंटिंग का वर्णन किया। नीरज
ReplyDeleteधन्यवाद सचिन!
Deletewhat a beautiful poem you wrote. thanks for sharing.
ReplyDeleteThanks Ravin for appreciating the poem.
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