सबको एक भगवान चाहिए,
जीने को अरमान चाहिए I
आस निरास में फूलती साँसें,
चढ़ने को सीढियाँ कुछ आसान चाहिएI
बेरीढ़ की लोटती ज़िंदगी,
हड्डियों में कुछ अभिमान चाहिए I
ताक़त बहुत है पंखों में,
उड़ाने को अंतहीन एक आसमान चाहिए I
जो राम का कर सके इंतेज़ार,
उस धीर अहिल्या सा पाषान चाहिए I
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Sahi farmaya.
ReplyDeleteRupali
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Thanx Rupali for visit and comment.
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