नीरज भाई, यहीं जिंदगी की सच्चाई हैं।
धन्यवाद ज्योति जी!
हम्म उम्दा।मालूम होते हुए भी अनजान बने रहने में मजा है।नई पोस्ट पर आपका स्वागत है- लोकतंत्र
धन्यवाद रोहितास जी!
Superb...bahut hi badHiya.Specially loved the second and forth stanza.
bahut sundar rachna
नीरज भाई, यहीं जिंदगी की सच्चाई हैं।
ReplyDeleteधन्यवाद ज्योति जी!
Deleteहम्म उम्दा।
ReplyDeleteमालूम होते हुए भी अनजान बने रहने में मजा है।
नई पोस्ट पर आपका स्वागत है- लोकतंत्र
धन्यवाद रोहितास जी!
DeleteSuperb...bahut hi badHiya.Specially loved the second and forth stanza.
ReplyDeletebahut sundar rachna
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